सख्ती: सीईओ सोनल गोयल ने सिटी बस में सफर करके लिया सुविधाओं का जायजा

गुरुग्राम में सिटी बस सेवा ‘गुरुगमन’ को और अधिक बेहतर बनाने के लिए गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन सिटी बस लिमिटेड (जीएमसीबीएल) की सीईओ सोनल गोयल ने शनिवार शाम को बस में यात्रा की और सिटी बस में मौजूद सुविधाओं के साथ ठहराव और टिकट व्यवस्था की जांच की। वह रूट नंबर 116बी के राजेश पायलट गुर्जर चौक से बस में चढ़ीं और फिर सेक्टर-52 के ताऊ देवीलाल बॉयो-डायवर्सिटी पार्क तक यात्रा की। इस दौरान उन्होंने बस में लगे सीसीटीवी कैमरे, साफ-सफाई और स्टॉप बटन की जांच-परख की।

सीईओ ने खुद के सफर के लिए टिकट भी खरीदी। बस में यात्रियों को दी जा रही सुविधाओं का जायला लेने के साथ ही उन्होंने कर्मचारियों से किराये और बस की फ्रीक्यूवेंसी से संबंधित जानकारी हासिल की। साथ ही यात्रियों से भी फीडबैक लिया। बस में सफर करने के बाद सोनल गोयल ने टि्वटर पर लिखा कि बस में यात्रा करके चीजों को समझा और दिक्कतों का पता लगाया, ताकि शहर के लोगों को बेहतरीन सुविधा दी जा सके। गोयल ने लिखा कि जीएमसीबीएल इसके लिए प्रतिबद्व है।

बैठक के बाद निरीक्षण

सीईओ सोनल गोयल ने निरीक्षण से पहले  जीएमसीबीएल अधिकारियों की बैठक ली। बैठक के बाद वह अधिकारियों के साथ निरीक्षण पर निकली। सीईओ सोनल ने बस में महिलाओं और दिव्यांगों के बैठने के लिए तय जगह देखने के साथ ही साफ-सफाई की भी स्थिति देखी। बस एक दिन में कितने फेरे लगाती है और कितने यात्री उसमें सफर करते हैं इस संबंध में भी उन्होंने कर्मचारियों से जानकारी ली। निरीक्षण में जीएमसीबीएल के रेजिडेंट टीम लीडर सीपी तिवारी, सेक्टर-10 डिपो प्रबंधक अरुण शर्मा, सेक्टर-52 डिपो प्रबंधक कुनाल चोपड़ा, वर्कशॉप प्रबंधक चिनमय उपाध्य भी मौजूद रहे। सीईओ सोनल गोयल ने बस में सफर करने के बाद बस क्यू शेल्टरों का भी जायजा लिया। ताऊ देवीलाल बायोडायवर्सिटी पार्क के बस क्यू शेल्टर पर उन्होंने साफ-सफाई सहित यात्रियों के बैठने के लिए किए गए इंतजाम देखे। बस क्यू शेल्टर पर पसरी धूल को देखकर उन्होंने नाराजगी जाहिर की। अधिकारियों को मौके पर ही बस क्यू शेल्टरों को साफ सुथरा रखने के लिए ठोस प्रबंध करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा बस क्यू शेल्टरों की ऊचाई और वहां होने वाले जलभराव के संबंध में भी उन्होंने अधिकारियों से समाधान कराने को कहा।

कमेटी तय करेगी रूट

गुरुगमन सिटी बस सेवा के शहर में शुरू होने वाले नए रूट अब कमेटी तय करेगी। सीईओ ने अधिकारियों को एक कमेटी गठित करने को कहा है। लोगों की मांग के अनुसार ये कमेटी सर्वे करेगी। कहां बस सेवा की कितनी जरूरत है और उस रूट पर एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने वाले लोगों का कितना फुटफॉल है, कमेटी इसकी रिपोर्ट तैयार करेगी। उसके बाद ही रूट शुरू करने की अनुमति दी जाएगी। कमेटी में डिपो प्रबंधक सहित कंसेश्नर कंपनी के प्रतिनिधी भी शामिल होंगे।

source: https://www.livehindustan.com/ncr/story-gmcbl-ceo-traveled-in-city-bus-and-took-feedback-of-facilities-2953765.html